प्रिय मित्रों आज मेरे सुपुत्र गिरीश कुमार शुक्ल (सत्यम ) का जन्म दिन है अपनी दुवाएं देने से पहले मन में प्रवल इच्छा है कि मेरे प्रभु घनिष्ठ इष्ट दिल के नजदीक रहने वाले मेरे प्यारे दुलारे मित्र गण अपने स्नेहिल दिल से अपना स्नेहाशीष बरसाएं आप सब को दूर से ही सही हम भी मुंह मीठा करा दें और बदले में आप से मिला प्यारा प्यारा आशीष का उपहार सदा सदा के लिए जमा कर लें .. राधे राधे
प्रिय सत्यम जन्म दिन मुबारक हो प्रभु सदा तुम्हे खुश रखे अपने नाम के अनुरूप सत्यता की तरफ बढ़ते चलो मेहनत और कर्म तुम्हारे कल्पनों आशाओं के अनुरूप तुम्हारा साथ निभाएं सफलताएं तुम्हारी तरफ सदा बढ़ती रहें सुख समृद्धि साथ साथ तो आती रहेंगी प्रेम बरसाओ और पाओ कभी भी किसी का दिल न दुखाना अच्छी बातों अच्छे गुणों का सदा साथ देना और निकटस्थ लोगों से अच्छाइयों का वरण करना शेष तुम्हे सब स्वतः चुनना होगा जिंदगी माझी को इस भाव सागर में सब सिखा देती है जब वह पतवार लेकर कर्म में डाटा रहता है जय माता दी राधे राधे
हम सपरिवार तुम्हारी माता श्री और प्यारी भगिनियों की तरफ से तुम्हे अशेष शुभ कामनाएं
भ्रमर 5
बच्चे मन के सच्चे हैं फूलों जैसे अच्छे हैं मेरी मम्मा कहती हैं तुझसे जितने बच्चे हैं सब अम्मा के प्यारे हैं --
प्रिय सत्यम जन्म दिन मुबारक हो प्रभु सदा तुम्हे खुश रखे अपने नाम के अनुरूप सत्यता की तरफ बढ़ते चलो मेहनत और कर्म तुम्हारे कल्पनों आशाओं के अनुरूप तुम्हारा साथ निभाएं सफलताएं तुम्हारी तरफ सदा बढ़ती रहें सुख समृद्धि साथ साथ तो आती रहेंगी प्रेम बरसाओ और पाओ कभी भी किसी का दिल न दुखाना अच्छी बातों अच्छे गुणों का सदा साथ देना और निकटस्थ लोगों से अच्छाइयों का वरण करना शेष तुम्हे सब स्वतः चुनना होगा जिंदगी माझी को इस भाव सागर में सब सिखा देती है जब वह पतवार लेकर कर्म में डाटा रहता है जय माता दी राधे राधे
हम सपरिवार तुम्हारी माता श्री और प्यारी भगिनियों की तरफ से तुम्हे अशेष शुभ कामनाएं
भ्रमर 5
बच्चे मन के सच्चे हैं फूलों जैसे अच्छे हैं मेरी मम्मा कहती हैं तुझसे जितने बच्चे हैं सब अम्मा के प्यारे हैं --
2 comments:
बधायी और शुभाशीष के साथ-
--
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (29-04-2016) को "मेरा रेडियो कार्यक्रम" (चर्चा अंक-2327) पर भी होगी।
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
बधाई तो बनती हैं
बधाई बधाई बधाई
Post a Comment